हाल ही में चर्चित कोच्चि-मंगलौर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना से संबंधित निम्न कथनों की पुष्टि कीजिये – 1. 444 किलोमीटर लंबी इस प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना को वर्ष 2009 में लॉन्च किया गया था। 2. इसका क्रियान्वयन गेल इंडिया द्वारा किया जा रहा है। 3. 2915 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से शुरू इस परियोजना सुरक्षा एवं वाणिज्यिक आधारों पर विरोध (जिसमें ज़मीन की कीमत मुख्य बाधा थी) के कारण इसकी लागत दो गुनी अर्थात् लगभग 5750 करोड़ से अधिक हो गई है। 4. नवम्बर 2020 के अंत में यह पूर्ण हो जाएगी।  

  • 1

    केवल 1 सही हैं

  • 2

    1 और 3 सही हैं

  • 3

    2 और 4 सही हैं

  • 4

    उपरोक्त सभी सही हैं

Answer:- 4
Explanation:-

कोच्चि-मंगलौर प्राकृतिक गैस पाइपलाइन परियोजना -  कुल लम्बाई – 444 km । स्थान – उत्तरी केरल में चंद्रगिरी नदी। समय – लांच – 2009, शुरू – अगस्त 2013 (पहले चरण), पूर्ण – 2020 नवम्बर। लागत – 2915 करोड़ (सुरक्षा कारणों की वजह से 5750 करोड़ हो गयी) पाइपलाइन के शुरू होने से राज्य में गैस की मांग वर्तमान के 60 मिलियन घनमीटर से बढ़कर 80-90 मिलियन क्यूबिक मीटर प्रतिवर्ष हो जाएगी। केरल से गुज़रने वाली पाइपलाइन सात ज़िलों (एर्नाकुलम, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझीकोड, कन्नूर और कासरगोड) के साथ पहाड़ी वायनाड ज़िले में गैस की आपूर्ति करेगी।

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