भाषा अधिगम में कभी भी अनुवाद का सहारा नहीं लिया जाता।
भाषा-अर्जन में विभिन्न संकल्पनाएं मातृभाषा में बनती हैं।
भाषा-अर्जन सहज और स्वाभाविक होता है, जबकि भाषा-अधिगम प्रयासपूर्ण होता है।
सांस्कृतिक विभिन्नता भाषा-अर्जन और भाषा-अधिगम को प्रभावित करने वाला महत्वपूर्ण कारक है।
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