जॉन एफ. फ्लीट
जेम्स प्रिंसेप
अलेग्जांडर कनिंघम
जॉन मार्शल
अशोक के अभिलेखों में राष्ट्रीय भाषा एवं लिपि के रुप में पालि भाषा एवं ब्राह्मी लिपि का प्रयोग किया गया है। अब तक अशोक के करीब 40 अभिलेख प्राप्त हुए है। इन सभी अभिलेखों में तीन लिपियों का प्रयोग किया गया है जिसमें ब्राह्मी, खरोष्ठी, ग्रीक तथा आर्मेइक शामिल है। 1750 ई. में टेफेन्थैलर ने सर्वप्रथम दिल्ली में अशोक स्तम्भ का पता लगाया और तभी उसके स्तम्भ लेखों का अध्ययन शुरु हुआ। 1837-38 ई. में जेम्स प्रिसेंप ने सर्वप्रथम अशोक कालीन लिपि (ब्राह्मी) का अध्ययन प्रस्तुत किया, जिसके फलस्वरुप उसके अभिलेखों का अध्ययन संभव हो सका। इस प्रकार ब्राह्मी लिपि को पढ़ने की विधि की सर्वप्रथम खोज जेम्स प्रिसेंप ने की थी।
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