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हाल ही में ईरान ने भारत को फरजाद-बी गैस परियोजना से बाहर कर दिया। जिसकी खोज भारत की ONGC विदेश लिमिटेड ने की थी। इससे भारत को 3 अरब डॉलर का नुकसान हुआ है। ईरान ने अब इस गैस फिल्ड को खुद ही विकसित करने का फैसला किया है। इससे पहले ईरान ने चाबहार रेलवे लिंक परियोजना के लिए भारत के 2 अरब डॉलर के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था। हाल ही में ईरान ने 25 साल के लिए 400 अरब डॉलर का समझौता चीन के साथ किया है। नेशनल ईरानी ऑयल कंपनी (NIOC) ने ईरान में स्थित फरजाद-बी गैस फील्ड के विकास के लिए पेट्रोपर्स ग्रुप के साथ 1.78 बिलियन डॉलर के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं। ONGC विदेश लिमिटेड (OVL) के पास इस ब्लॉक में 40 प्रतिशत भागीदारी हित (participating interest) है, जिसमें पहली बार ओएनजीसी के नेतृत्व वाले एक संघ द्वारा गैस की खोज की गई थी। इसने अब ईरान में गैस क्षेत्र के विकास अधिकार ईरानी पेट्रोपर्स समूह (Iranian Petropars Group) के हाथों खो दिए हैं।
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