चीन में निवास करने वाले अल्पसंख्यक
मंगल ग्रह पर प्राप्त जीवांश
मेघालय में प्राप्त सर्प की प्रजाति
अमेरिका द्वारा निर्मित मानव रहित मिशन
चीन के शिनजियांग क्षेत्र में उइगर और अन्य तुर्की मुस्लिम आबादी के नरसंहार किए जाने संबंधी आरोपों की जांच करने हेतु ब्रिटेन में एक जन-न्यायाधिकरण (People’s Tribunal) गठित करने की योजना की चीन द्वारा निंदा की गई है। शिनजियांग प्रांत, चीन की प्रमुख विदेश नीति के लिए एक सिरदर्द बन गया है। शिनजियांग में लाखों की संख्या में उइगर, कज़ाखों और अन्य अल्पसंख्यक समुदायों के सदस्यों को पुनर्शिक्षित (re-education) शिविरों में कैद करने का आरोप लगाया जाता है। इन शिविरों में इन समुदायों को अपनी पारंपरिक संस्कृति का त्याग करने तथा चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी और उसके नेता शी जिनपिंग के प्रति निष्ठा की शपथ लेने के लिए विवश किया जाता है। इस क्षेत्र की महिलाओं ने भी गवाही दी है, कि उन्हें गर्भनिरोधक तरीकों से गुजरने के लिए मजबूर किया गया है और बताया है, कि कैद में बंद माता-पिताओं से उनके बच्चों को से लिया जाता है। बलात श्रम कराए जाने संबंधी दावों के मद्देनजर कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने शिनजियांग के प्रमुख कपास उद्योग के साथ संबंध तोड़ लिए हैं। उइगर (Uighurs) मुख्य रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक तुर्की नृजातीय समूह हैं, जिनकी उत्पत्ति के चिह्न ‘मध्य एवं पूर्वी एशिया’ में खोजे जा सकते हैं। उइगर समुदाय, तुर्की भाषा से मिलती-जुलती अपनी भाषा बोलते हैं, और खुद को सांस्कृतिक और नृजातीय रूप से मध्य एशियाई देशों के करीब मानते हैं। चीन, इस समुदाय को केवल एक क्षेत्रीय अल्पसंख्यक के रूप में मान्यता देता है और इन्हें देश का मूल-निवासी समूह मानने से इंकार करता है।
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