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‘ओपन स्काई संधि’ (Open Skies Treaty-OST) → सोवियत संघ के विघटन के बाद 1992 में ओपन स्काइज संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। यह पहली बार 1955 में पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ड्वाइट आइजनहावर द्वारा शीत युद्ध के तनाव को कम करने के लिए प्रस्तावित की गयी थी। इस संधि पर मार्च 1992 में फिनलैंड की राजधानी हेलसिंकी (Helsinki) में हस्ताक्षर किये गए थे। यह संधि वर्ष 2002 में पूर्णरूप से लागू हुई थी। यह संधि में 34 हस्ताक्षरकर्त्ता देशों (अमेरिका और रूस सहित) को संधि में शामिल अन्य देशों की सीमाओं में सैन्य गतिविधियों की जाँच के लिये गैर-हथियार वाले निगरानी विमानों की उड़ान की अनुमति देती है। वर्तमान में इस संधि में 34 सदस्य हैं। किर्गिस्तान ने इस संधि पर हस्ताक्षर किए थे परंतु इसे पूर्ण रूप से लागू नहीं किया है। भारत इस संधि का हिस्सा नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति ने 21 मई, 2020 को ‘ओपन स्काई संधि’ से अमेरिका को अलग करने की चेतावनी दी थी। बाईडेन के नेतृत्व में अमेरिकी प्रशासन अब रूस के साथ ओपन स्काईज संधि में फिर से शामिल नहीं होगा। अमेरिकी प्रशासन के अनुसार, रूस द्वारा इसका अनुपालन करने में विफलता के कारण अमेरिका इस समझौते में फिर से प्रवेश नहीं करेगा। अब, “न्यू स्टार्ट संधि” (New START Treaty) दोनों देशों के बीच एकमात्र प्रमुख हथियार नियंत्रण समझौता है जिसे हाल ही में अमेरिका द्वारा पांच साल के लिए बढ़ाया गया था (फरवरी 2021 में समाप्त)। न्यू स्टार्ट संधि 2011 में हुई थी, जिसके अंतर्गत 700 रणनीतिक लांचरों 1550 परमाणु हथियार मॉस्को और वाशिंगटन की ओर से तैनात किए जा सकते थे। अमेरिका और रूस ने 2019 में इंटरमीडिएट रेंज न्यूक्लियर फोर्स ट्रीटी (INF) को छोड़ दिया था। INF के अनुसार, दोनों देशों ने परमाणु हथियारों की दौड़ को कम करने के लिए घातक मिसाइल सिस्टम को नष्ट करने पर सहमति व्यक्त की।
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