हाल ही में चर्चित शब्द ‘एस्परगिलोसिस’ संबंधित है –

  • 1

    साँप की प्रजाति

  • 2

    फंगस संक्रमण

  • 3

    अदरक की प्रजाति

  • 4

    आम की प्रजाति

Answer:- 2
Explanation:-

कोविड-19 महामारी के खिलाफ देश की लड़ाई और म्यूकोर्मिकोसिस के बढ़ते मामलों के बीच गाजियाबाद, मुंबई और गुजरात के डॉक्टरों ने ‘एस्परगिलोसिस’ (Aspergillosis) नामक नई बीमारी के मामले दर्ज किए हैं ।
एस्परगिलोसिस (Aspergillosis) एक फंगस संक्रमण, फंगल विकास या एस्परगिलस फंगस के कारण होने वाली एलर्जिक रिएक्शन है।
यह फंगस घर के अंदर और बाहर भी पाया जाता है। 
यह सड़ती हुई वनस्पति या मृत पत्तियों पर रहता है। 
यह फंगस इंफेक्शन ब्लैक फंगस (black fungus) जितना घातक तो नहीं है लेकिन यह जानलेवा हो सकता है।
लोग सांस लेकर पर्यावरण से सूक्ष्म “एस्परगिलस स्पोर्स” (aspergillus spores) के संपर्क में आ सकते हैं। 
हालांकि लोग रोजाना फंगस के संपर्क में आते हैं लेकिन कभी बीमारी का शिकार नहीं होते। 
क्योंकि, एस्परगिलोसिस फेफड़ों की बीमारी या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली से पीड़ित लोगों को संक्रमित करता है। 
यह अंगों में संक्रमण और अन्य एलर्जिक रिएक्शन  का कारण बनता है।
वजन कम होना, खांसी, खांसी में खून आना, सांस लेने में तकलीफ और थकान इसके कुछ लक्षण हैं।
नोट –
ब्लैक फंगस:
म्यूकोर्मिकोसिस, जिसे पहले जाइगोमाइकोसिस के रूप में जाना जाता था और कभी-कभी ब्लैक फंगस के रूप में जाना जाता है। यह आम तौर पर सांस लेने, दूषित भोजन खाने या खुले घाव के माध्यम से फैलता है। व्हाइट फंगस:
व्हाइट फंगस या कैंडिडिआसिस एक कवक संक्रमण है जो कैंडिडा नामक खमीर (एक प्रकार का कवक) के कारण होता है। यलो फंगस :
यलो फंगस, जिसे ‘म्यूकर सेप्टिक’ भी कहा जाता है, प्रायः शुरू में वातावरण में फफूँद (एक प्रकार का कवक) की उपस्थिति से विकसित होता है।

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