वह यंत्र जिसकी सहायता से भूकम्पीय तरंगों की तीव्रता (परिणाम) का मापन किया जाता है, उसे भूकम्पलेखी या सीस्मोग्राफ कहते हैं।
इसके तीन स्केल हैं - रॉसी फेरल स्केल (मापन 1 से 11), मरकेली स्केल (1 से 12 मापक) एवं रिक्टर स्केल (0 से 9 मापक)।
भूकंप तरंग के आधार पर तीन प्रकार के होते हैं।
प्राथमिक
द्वितीयक
धरातलीय
प्राथमिक तरंग को P तरंग के नाम से, द्वितीयक तरंग को S तरंग के नाम से और L तरंग को धरातलीय तरंग के नाम से जाना जाता है।
भूकंप की तीव्रता पहले रॉसी फेरल पैमाने से नापी गई थी। इसके बाद मारकेली पैमाने से और वर्तमान में रिक्टर पैमाने से रिक्टर पैमाने में कुल 0-9 अंक होते हैं।