भाषा सीख रहा है।
भाषा को भ्रष्ट कर रहा है।
भाषा सीख ही नहीं रहा
तुरंत रोकने के लायक हैं ।
नन्दिनी को ऐसे अवसर प्रदान करना कि वह स्वयं उसमें सुधार करे
नन्दिनी की अशुद्धियों को काटकर सही करना और उन्हें बीस-बीस बार लिखवाना
नन्दिनी को समझाना की वर्तनी की अशुद्धियाँ करने पर ुसके अंक कट जाएँगे
नन्दिनी को समझाना कि वर्तनी की शुद्धता ही लेखन का सशक्त पहलू है
आगमन विधि
निगमन विधि
संश्लेषण विधि
विश्लेषण विधि
भाषा का ज्ञान देना।
प्रश्न पूछने, अपनी बात कहने का अवसर देना।
मौन पठन के उपरांत शब्दार्थ कराना।
व्याकरणिक नियम कण्ठस्थ कराना।
बच्चों की भाषा मे बहुत व्याकरणिक त्रुटियाँ होती है।
बच्चों की भाषा में नियमबद्ध व्यवस्था की झल मिलती है।
बच्चों की भाषा तार शैली में ही रहती है।
बच्चों की भाषा को सुधारने के लिए दण्ड एवं पुरस्कार आवश्यक है।
बड़े समूह में अपनी बात कहने में दबाव महसूस करती है
कक्षा में हँसी का माहौल पैदा करना चाहती है
घर से पाठ याद करके नहीं आती है
जानबूझकर ऐसी गलती करती है जिससे उससे सवाल न पूछे जाएँ
आलंकारिक भाषा का प्रयोग
मधुर वाणी।
संदर्भ एवं स्थिति के अनुसार अपनी बात कह सकना।
स्पष्ट एवं शुद्ध उच्चारण।
स्वयं शुद्ध भाषा-प्रयोग
बच्चों को भाषा-प्रयोग के अधिक से अधिक अवसर देना।
पाठ्य-पुस्तक के प्रत्येक पाठ को भली-भाँति समझाना।
बच्चों को व्याकरण सिखाना।
‘श’ और ‘स’ के प्रयोग वाली श्रवण सामग्री सुनने के अनेक अवसर देंगी
उसे चेतावनी देंगी कि एक निश्चित कक्षा तक ही यह गलती सहन की जाएगी
उसके अभिभावक को कहेंगी कि उसे ‘श’ और ‘स’ का पृथक-पृथक अभ्यास करवाएँ
उसे ‘श’ और ‘स’ के अंतर को लिखकर समझाएँगी