दोनों में दोष
मरीज वैद्य में संपर्क
दोनों का त्याग
धर्म संकट की स्थिति
गुणवान का बदनाम
ऊंट का सदा एकरस
मोल-ताल कर बदनाम होना
दोष किसी का पर नाम किसी और का
साँच को आँच नहीं
सावन हरे न भादो सूखे
भागते चोर की लंगोटी ही सही
सहज पे सो मीठा होय।
पाँचों उंगलियाँ घी में
पाँचों उँगलियाँ बराबर नहीं होती
नेकी कर और कुएँ में डाल
नेकी और पूछ-पूछ
कर्म के अनुसार फल नहीं मिलता
जैसा कर्म करोगे वैसा फल मिलेगा
कर्म और फल का कोई संबंध नहीं
कर्म करो, फल की इच्छा मत करो
पौ बारह होना
पानी फेर देना
पैरों पर खड़ा होना
फूँक - फूँक कर पैर रखना
असंभव काम होना
बहुत शोर करना
चुगली करना
अचानक आफत आ पड़ना
जल्दी से कार्य करना
संकट के समय बचाव के लिए सोचना
मुसीबत आने से घबरा जाना
कुआँ खोदकर पुण्य कमाना
बहुत गरीब
बहुत सहनशील
बहुत कंजूसी
बहुत बीमार
मात्र कल्पना करते रहना
हथियार गिरा देना
हथियार उठा लेना
हार मान लेना