यह मूल्य-भारित शब्दों का प्रयोग करती है
यह संविधान निर्माताओं के वास्तविक लक्ष्य और दर्शन को सम्मिलित करती है।
यह शक्ति और परिसीमनों का स्रोत हैं
यह संविधान की आधारभूत विशेषताओं की सम्पूर्ण सूची प्रदान करती है।
उत्पादन व वितरण के सभी साधनों का राष्ट्रीयकरण
गरीब व अमीर के मध्य दूरी कम करना
न केवल उत्पादन व वितरण के सभी साधनों को राष्ट्रीयकरण करना वरन् गरीब व अमीर के मध्य दूरी कम करना
सार्वजनिक क्षेत्र को प्रोत्साहन व निजी क्षेत्रों का उन्मूलन
संघ व्यवस्था
शक्ति पृथक्करण
न्यायिक पुर्ननिरीक्षण
ये सभी
.यह न्यायालय के अधीन प्रवर्तनीय नहीं है।
सर्वोच्च न्यायालय ने हाल ही में इस बात को स्वीकार किया है कि यह संविधान का अंग है
इसे दो बार संशोधित किया गया है
उपरोक्त सभी
जवाहरलाल नेहरू ने रावी नदी के तट पर पूर्ण स्वराज के घोषणा वाले भाषण में की थी
नेहरू रिपोर्ट में हुई थी
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के कराची अधिवेशन में एक प्रस्ताव स्वीकार कर की गई थी
संविधान सभा द्वारा स्वीकृत उद्देश्य प्रस्ताव में शामिल हुई थी।
भारतीय संविधान निर्मित, लिखित व सर्वाधिक व्यापक है
भारतीय संविधान में मूल अधिकारों को समाविष्ट किया गया है
भारत का संविधान प्रभुत्वसम्पन्न, लोकतन्त्रात्मक, पन्थनिरपेक्ष तथा समाजवादी संविधान है
संविधान के प्रवर्तन के समय से ही संविधान में मूल कर्तव्य शामिल हैं
सर्वसत्ताधारी, लोकतान्त्रिक, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य
समाजवादी, लोकतान्त्रिक, धर्मनिरपेक्ष गणराज्य
लोकतान्त्रिक, सर्वसत्ताधारी, धर्मनिरपेक्ष समाजवादी गणराज्य
सर्वसत्ताधारी, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष, लोकतान्त्रिक
मौलिक अधिकार
संविधान की प्रस्तावना
राज्य के नीति निदेशक सिद्धांत
संविधान की 9वीं अनुसूची
सामाजिक समानता संविधान में प्रत्याभूत नहीं है
देश में सामाजिक समानता पहले से ही विद्यमान थी
सामाजिक समानता संविधान में प्रत्याभूत है
उपरोक्त में से कोई नहीं