कुओं का निर्माण सर्वाधिक उन्हीं क्षेत्रों में होता है, जहां चिकनी बलुई मिट्टी मिलती है, क्योंकि इससे रसकर पानी धरातल में चला जाता है।
भारत में कुओं एवं नलकुपों से सींचे जाने वाला अधिकांश भाग गुजरात , महाराष्ट्र , पंजाब है।
नलकूपों की सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश में है।
असिंचित क्षेत्र उस को कहा जाता है, जहाँ सिंचाई का कोई साधन नहीं होता है अर्थात् उस भूमि पर सिंचाई नहीं होती है।
इसमें हम अलसी की खेती कर सकते हैं।
असली ओमेगा -3 पाया जाता है, जिसका हमारे शरीर पर बहुत प्रभाव पड़ता है।
यह बहुत फायदेमंद होता है।
भारत की सिंचाई क्षमता का 47.78% लघु एवं वृहद परियोजना से पूरा होता है।
देश में कुल कृषि योग्य भूमि लगभग 18.5% करोड़ हेक्टेयर है।
मौजूद समय में इसमें से लगभग 17.2 करोड़ हेक्टेयर जमीन पर खेती होती है।
यानी भारत की लगभग 70% हिस्सा पर आजीविका के लिए आबादी, कृषि पर निर्भर है।
त्रिवेणी नहर बारत में बिहार के चंपारण जिले में सिंचाई के लिए बनाई गयी है।
जो गंडक नदी के बाईं तट से निकाली गई है।
1909 में इसे शुरू किया गया था।
पहले उपर्युक्त क्षेत्र शुष्क था। लेकिन इस नहर के कारण अब धान, गेहूँ. जौ की कृषि यहां होने लगी।
सारण सिंचाई नहर बिहार के सारण जिले के समीप, त्रिवेणी घाट के पास 740 मी. लम्बा बैराज बनाया गया है।
गंडक नदी से एक सारण नहर शामिल है।
गंडक नदी का नाम नेपाल में नारायणी है।
इसका पुराना नाम राजस्थान नहर था।
यह राजस्थान प्रदेश के उत्तर - पश्चिम भाग में बहती है।
इसे राजस्थान की मरुगंगा भी कहते हैं।
यह नहर सतलज और व्यास नदियों के संगम पर हरिके बांध से निकाली गयी है।
यह पंजाब और राजस्थान में पानी की पूर्ती करता है।
यह भारत की सबसे बड़ी नहर है।
इसकी लंबाई पंजाब में 132 किमी. है तथा राजस्थान में इसकी लम्बाई 470 किमी. है।
इसका पुराना नाम राजस्थान नहर था।
यह राजस्थान प्रदेश के उत्तर - पश्चिम भाग में बहती है।
इसे राजस्थान की मरुगंगा भी कहते हैं।
यह नहर सतलज और व्यास नदियों के संगम पर हरिके बांध से निकाली गयी है।
यह पंजाब और राजस्थान में पानी की पूर्ती करता है।
यह भारत की सबसे बड़ी नहर है।
इसकी लंबाई पंजाब में 132 किमी. है तथा राजस्थान में इसकी लम्बाई 470 किमी. है।
इसका पुराना नाम राजस्थान नहर था।
यह राजस्थान प्रदेश के उत्तर - पश्चिम भाग में बहती है।
इसे राजस्थान की मरुगंगा भी कहते हैं।
यह नहर सतलज और व्यास नदियों के संगम पर हरिके बांध से निकाली गयी है।
यह पंजाब और राजस्थान में पानी की पूर्ती करता है।
यह भारत की सबसे बड़ी नहर है।
इसकी लंबाई पंजाब में 132 किमी. है तथा राजस्थान में इसकी लम्बाई 470 किमी. है।
भारत में सर्वाधिक सिंचित क्षेत्रफल वाला राज्य उत्तर प्रदेश है।
परन्तु एक राज्य के कुल क्षेत्रफल में सर्वाधिक सिंचित प्रतिशत वाला राज्य पंजाब है।
इसमें लगभग 97% क्षेत्रफल है।
देश में कुल सिंचित क्षेत्रों में नलकूपों और कुओं द्वारा 57% है।
नहरों द्वारा 32% है तथा तालाबों द्वारा 6% है।
कुओं का निर्माण सर्वाधिक उन्हीं क्षेत्रों में होता है, जहां चिकनी बलुई मिट्टी मिलती है, क्योंकि इससे रसकर पानी धरातल में चला जाता है।
भारत में कुओं एवं नलकुपों से सींचे जाने वाला अधिकांश भाग गुजरात , महाराष्ट्र , पंजाब है।
नलकूपों की सबसे अधिक संख्या उत्तर प्रदेश में है।