निरंतर/सतत् चलने वाली प्रक्रिया
वांछित व्यवहारगत परिवर्तनों को जानकारी
उद्देश्यों की पूर्ति का सीमांकन
उपर्युक्त सभी
लिखित कार्य
मौखिक कार्य
निदानात्मक कार्य
उपचारात्मक कार्य
प्रश्नोत्तर-प्रणाली
व्याख्या-प्रणाली
गीत-प्रणाली
शब्दार्थ-प्रणाली
कक्षा अभिनिय विधि
रंगमंच विधि
अर्थबोध प्रणाली
व्याख्या प्रणाली
छात्र विश्लेषण करेंगे ।
श्रुत सामग्री का भाव ग्रहण करेंगे।
तुलना कर सकेंगे
क्रमबद्धता से लिख सकेंगे ।
जब तक छात्रों का पिछड़ापन दूर न हो।
जब तक छात्र रूचि लें।
जब तक विद्यालय में समय मिले।
जब तक अध्यापक चाहे।
छात्र के ज्ञान का मूल्यांकन करना।
शिक्षण विधियों में सुधार करना।
छात्र की कमजोरियों का पता लगाना
अध्ययन के प्रति छात्रों की रूचि का विकास करना।
शिक्षक के कार्य को सरल बनाना
छात्रों की विभिन्न इन्द्रियों की क्रियाशील बनाना
छात्रों को नवीन उपकरणों के प्रति उत्सुक बनाना
पाठ में कक्षा का अवधान बनाए रखना।
वार्षिक परीक्षा का मूल्यांकन
वर्ष में दो बार मूल्यांकन
मासिक परख के द्वारा मूल्यांकन
प्रत्येक इकाई के पश्चात मूल्यांकन
हेनरी कॉल्डवेल कुक
फ्रॉबेल
मोण्टेसरी
किलपैट्रिक