दादाभाई नौरोजी ने
गोपाल कृष्ण गोखले ने
ईश्वर चंद्र विद्यासागर ने
लाला लाजपत राय ने
ब्रम्ह समाज - राजा राममोहन राय
रामकृष्ण मिशन - रामकृष्ण परमहंस
आर्य समाज - दयानंद सरस्वती
थियोसोफिकल सोसायटी - एनी बेसेंट
राजा राममोहन राय - ब्रम्ह समाज
स्वामी दयानंद सरस्वती - आर्य समाज
स्वामी विवेकानंद - रामकृष्ण परमहंस
महादेव गोविंद रानाडे - थियोसोफिकल सोसाइटी
सर विलियम क्रुक के कारण
कर्नल एच.एस.अल्काट के कारण
एनी बेसेंट के कारण
एम. एम. मालवीय के कारण
विधवा विवाह प्रतिबंध से
बाल विवाह प्रतिबंध से
अंतर्जातीय विवाह प्रतिबंध से
जनजातीय विवाह प्रतिबंध से
महात्मा गांधी
राजा राममोहन राय
मैडम एच. पी. ब्लावेट्स्की
स्वामी विवेकानंद
15 एवं 21
16 एवं 22
14 एवं 18
12 एवं 16
16 वर्ष
14 वर्ष
18 वर्ष
इनमें से कोई नही
केशवचंद्र सेन
ईश्वरचंद्र विद्यासागर
श्यामचंद्र दास
देवेंद्रनाथ टैगोर
राजा राममोहन राय सती प्रथा के समर्थक थे ।
सन 1829 में विलियम बेंटिक ने सती प्रथा को कानून द्वारा अपराध घोषित कर दिया ।
सन 1875 में स्वामी दयानंद सरस्वती द्वारा आर्य समाज की स्थापना की गई ।
सन 1856 में सरकार ने कानून बनाया जिसके अनुसार हिंदू विधवांए पुनर्विवाह कर सकती थीं ।