सर्वप्रथम जजिया (शर्ब) कर मोहम्मद बिन कासिम ने लगाया था और सल्तनत के इतिहास में प्रथम बार फिरोज तुगलक ने ब्राह्मणों पर भी जजिया कर लगाया।
यह कर गैर मुस्लिम नागरिकों से लिया जाता था, कहा जाता है कि इससे आने वाली राशि को दान, तनख्वाह और पेंशन बांटने के लिए होता था।
सुरेद्रनाथ बनर्जी एक प्रसिद्ध भारतीय स्वाधीनता सेनानी थे।
वे ब्रिटिश राज के दौरान सबसे शुरुआती नेताओं में से एक थे।
उन्होंने ‘इण्डिन नेशनल एसोसिएशन’ की स्थापना की जो भारत के प्रारंभिक राजनैतिक संगठनों में से एक था।
आग जाकर वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बने।
वे राष्ट्रगुरु के उपनाम से जाने गए।
इंडियन नेशनल एसोसिएशन बाद में कांग्रेस में विलय हो गया।
कांग्रेस से पूर्व महत्वपूर्ण राजनीति संगठन।
राजनीतिक संगठन वर्ष एवं स्थापना संस्थापक
1. बंग भाषा प्रकाशन सभा - 1836 (बंगाल) - राजा राममोहन राय
2. लैण्ड होल्डर्स सोसाइटी - 1838 (कलकत्ता) - द्वारकानाथ टैगोर
3. ब्रिटिश इंडिया सोसायटी - 1839 (लंदन) - विलियम एडम
4. बंगाल ब्रिटिश इंडियन सोसायटी - 1843 (कलकत्ता) - जार्ज थॉमसन, प्यारी चन्द्र मित्र
5. ब्रिटिश इंडिया सोसायटी - 1851 (कलकत्ता) - राधाकान्त देव, देवेन्द्रनाथ टैगोर
6. ईस्ट इंडिया एसोसिएशन - 1866 (लंदन) - दादा भाई नौरोजी
7. पूना सार्वजनिक सभा - 1870 (पूना) - महादेव गोविंद रानाडे, जी. वी. जोशी
8. इंडिया लीग - 1875 (कलकत्ता) - शिशिर कुमार घोष
9. इंडिया एशोसिएशन - 1876 (कलकत्ता) - सुरेन्द्र नाथ बनर्जी, आनन्द मोहन बोस
10. मद्रास महाजन सभा - 1884 (मद्रास) - वी. राधक्चारी, वी. सुब्रह्मण्यम अय्यर, पी. आनन्द चार्लू
11. बॉम्बे प्रेसीडेंसी एसोसिएशन - 1885 (बम्बई) - फिरोजशाह मेहता, बदरूद्दीन तैयबजी, के. टी. तैलंग
सुरेद्रनाथ बनर्जी एक प्रसिद्ध भारतीय स्वाधीनता सेनानी थे।
वे ब्रिटिश राज के दौरान सबसे शुरुआती नेताओं में से एक थे।
उन्होंने ‘इण्डिन नेशनल एसोसिएशन’ की स्थापना की जो भारत के प्रारंभिक राजनैतिक संगठनों में से एक था।
आग जाकर वे भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता बने।
वे राष्ट्रगुरु के उपनाम से जाने गए।
इंडियन नेशनल एसोसिएशन बाद में कांग्रेस में विलय हो गया।