भारत की मिट्टीयां - 04

01. दक्षिण भारत में सिचाई व्यवस्था का अग्रदूत किसे माना जाता है -

  • 1

    सर आर्थर काटन 

  • 2

    कर्नल बेयर्ड स्मिथ 

  • 3

    लेफ्टिनेंट ब्लेन

  • 4

    कर्नल राबर्ट स्मिथ 

02. भारत में माला नहर तंत्र को प्रस्तावित किया था -

  • 1

    के . एल.राव ने 

  • 2

    दिनशा जे . दस्तूर ने 

  • 3

    विश्वेस्वरैयाने 

  • 4

    वाई. के . अलघ ने 

05. भोजपत्र वृक्ष मिलता है -

  • 1

    अरावली पर्वतमाला में 

  • 2

    हिमालय में 

  • 3

    नीलगिरी शृंखलाओ में 

  • 4

    विन्ध्याचल पर्वतमाला में 

06. मृदाक्षरण को रोका जा सकता है -

  • 1

    सघन वर्षा से 

  • 2

    वननाशन से 

  • 3

    वनरोपण से 

  • 4

    अतिचारण से 

07. फसल चक्र आवश्यक है -

  • 1

    पादपो में प्रोटीन वृद्धि हेतु 

  • 2

    विभिन्न फसलो की प्राप्ति हेतु 

  • 3

    मृदा की उर्वरता शक्ति में वृद्धि हेतु 

  • 4

    मृदा की नमी को बनाये रखने हेतु 

08. मृदा का लवणीभवन मृदा में एकत्रित सिंचित जल के वाष्पीकृत होने से पीछे नमक और खनिजो से उतपन्न होता है | सिंचित भूमि पर लवणीभवन का क्या प्रभाव पड़ता है-

  • 1

    यह फसलो के उत्पादन में अत्यधिक वृद्धि लता है 

  • 2

    यह कुछ मृदाओं को अपारगम्य बना देता है 

  • 3

    यह भौम जलस्तर को ऊपर ले जाता है 

  • 4

    यह मृदा के वायु अवकाशों को जल में भर देता है 

09. लैटेराइट मिट्टियों का प्रधान है -

  • 1

    मालाबार तटीय प्रदेश में 

  • 2

    कोरोमंडल तटीय प्रदेश में 

  • 3

    बुंदेलखंड में 

  • 4

    बघेलखंड में 

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